नागरिक मंत्री के राम मोहन नायडू ने कहा कि मंत्रालय विमान उद्योग के लिए अच्छा और दृष्टिकोण रूप से कार्य कर रहे हैं।
एरो क्लब ऑफ़ इंडिया और शक्ति एयरक्राफ्ट इंडस्ट्री ने 200 प्रशिक्षक विमान के ऑर्डर के लिए समझौता ज्ञापन किया है। इसी अवसर पर नायडू जी कहते हैं, कि भारतीय एयरलाइन के पास अभी तक 800 विमान या इससे अधिक विमान है, और वर्तमान में इन विमान को चलाने के लिए पायलट 6000 से 7000 के बीच है। ऐसे में अगर आगे आने वाले समय में विमान की संख्या बढ़ेगी तो पायलटो की जरूरत भी बढ़ेगी नायडू कहते हैं कि विश्व के सबसे तेजी से बढ़ते नागरिक विमान बाजारों में से भारत में वर्तमान में 159 हवाई अड्डे कार्यरत है।
2024 में घरेलू हवाई यात्रा यातायात 16 पॉइंट 13 करोड़ के पार रहा। विमान के स्वदेशी निर्माण को बढ़ावा देने के लिए शक्ति एयरक्राफ्ट इंडस्ट्री भारत में 150 प्रशिक्षक विमान बनाएंगे जिससे किया अंदाजा लगा सकते हैं कि आने वाले समय में अगर विमान की संख्या बढ़ेगी तो पायलटो की संख्या भी आवश्यक रहेगी। तो यह अनुमान लगाया जा रहा है कि देश में अगले 15 से 20 वर्षों में 30,000 पायलटो की जरूरत पड़ने वाली है।
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